Wednesday, April 17, 2013

आपकी स्वच्छता में छुपी है आपकी सुंदरता


मेकअप कर लिया, खूबसूरत कपड़े पहन लिए, पर क्या आप अपनी स्वच्छता पर भी ध्यान देती हैं? सिर्फ सुंदर दिखने से ही बात नहीं बनेगी, आप स्वच्छ रहेंगी तभी स्वस्थ रहेंगी और खूबसूरत भी दिखेंगी।
साफ-सफाई सुंदरता का राज है। यही वजह है कि पर्सनल हाईजीन का ध्यान रखने वाली महिलाएं अपेक्षाकृत ज्यादा स्वस्थ रहती हैं और सुंदर दिखती हैं। दरअसल, पर्सनल हाइजीन स्वस्थ जिंदगी की दिशा में आपका पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। पर्सनल झइजीन के प्रति सतर्क रहने वाली महिलाओं को जल्दी से न तो कोई इन्फेक्शन होता है और न ही किसी तरह की एलर्जी। और जब शरीर रोग रहित हो तो रूप अपने-आप निखरने लगता है।
अगर आप भी अपने सौंदर्य में निखार लाना चाहती हैं तो पर्सनल हाईजीन के प्रति सचेत रहें। हर दिन नहाना, हाथ-पैर की ठीक से सफाई, नियमित वैक्सिंग, गुप्तांगों की सफाई और सबसे जरूरी हाथों को ठीक से समय-समय पर धोना जैसे कुछ बेहद साधारण-सी आदतों को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाकर आप न सिर्फ सेहतमंद रहेंगी, बल्कि खुश भी। शरीर के सभी अंगों की अच्छी तरह साफ-सफाई के साथ ही ऐसी बहुत सी बातें हैं, जिन पर ध्यान देकर तमाम तरह के इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
जब जाएं ब्यूटी पार्लर 
अपनी खूबसूरती में निखार लाने के लिए आप ब्यूटी पार्लर तो जाती ही होंगी। ब्यूटी पार्लर जाने में कोई हर्ज नहीं है। पर ब्यूटी पार्लर जाने से पहले वहां की साफ-सफाई का मुआयना जरूर कर लें। कहीं ऐसा न हो कि आपका ब्यूटी पार्लर ही आपके लिए परेशानी का सबब बन जाए। गंदे, सीलनवाले पार्लर में जाने से आपका मन तो खराब होगा ही, साथ ही कई तरह के इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाएगा।
ब्यूटी पार्लर में कोई भी सौंदर्य उपचार कराने से पहले उससे जुड़े उपकरणों की साफ-सफाई की जांच अवश्य कर लें।
वैक्सिंग कराने से पहले यह देख लें कि वैक्स साफ-सुथरा और अच्छी क्वालिटी का है या नहीं। वैक्स लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चाकू साफ है या नहीं। आपसे पहले की गई वैक्सिंग के बाद उसे गर्म पानी में उबाला गया है या नहीं। कुछ महिलाएं मासिक धर्म के दौरान पूरे पैर की वैक्सिंग करवाती हैं। ऐसे में कई बार चाकू पर दाग लग जाता है। अगर उस चाकू को उबाले बिना ही उससे आपकी वैक्सिंग होगी, तो आपको भी वही इन्फेक्शन हो सकता है जो उस महिला को हो। वैक्स के बाद पहले से इस्तेमाल किए गए तौलिए से हाथ-पैर साफ न करवाएं। हमेशा सादी वैक्स कराएं।
आईब्रो बनवाते समय जांच लें कि धागा अच्छी तरह साफ है या नहीं। जिस धागे से आपकी आईब्रो बनाई जाने वाली है, उससे पहले किसी की थ्रेडिंग तो नहीं हुई। इस्तेमाल किए गए धागे को दोबारा इस्तेमाल करने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। जैसे आपसे पहले जिसकी थ्रेडिंग की गई है, अगर उसकी आंख के पास कोई इन्फेक्शन रहा होगा तो आपको भी वही इन्फेक्शन हो सकता है।
फेशियल के दौरान ध्यान रखें कि पहले इस्तेमाल किए गए पानी से ही तो आपका फेशियल नहीं किया जा रहा। अगर पानी फेंक भी दिया है तो नया पानी लेने से पहले उस बर्तन को अच्छी तरह साफ किया गया है या नहीं। दरअसल गंदे पानी में तेजी से कीटाणु पनपते हैं। ऐसे में गंदे पानी से फेशियल आपको इन्फेक्शन का शिकार बना सकता है।
पेडीक्योर-मेनीक्योर के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण अच्छी क्वालिटी के न होने पर घाव हो सकते हैं। जैसे नाखूनों की सफाई करने वाली निडिल या अन्य उपकरण अगर ठीक नहीं है तो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे नाखून भी टेढ़े आ सकते हैं। यही नहीं, खराब क्वालिटी की नेल पॉलिश नाखूनों की खूबसूरती बढ़ाने के बजाय उन्हें नुकसान पहुंचाती है। इसलिए हमेशा अच्छी क्वालिटी की नेल पॉलिश लगाएं। साथ ही सभी उपकरणों को गर्म पानी में उबालने के बाद ही पेडीकोर-मेनीक्योर कराएं। अगर उपकरण स्टरलाइज नहीं किए गए हैं, तो उन्हें इस्तेमाल करने से पहले गर्म पानी में डिटॉल डालकर 10 मिनट तक भिगोएं। इसके बाद साफ कपड़े से अच्छी तरह पोंछ कर उनका इस्तेमाल करें।
कभी भी हेयर कलर और स्ट्रेटनिंग एक साथ न कराएं। एक साथ बहुत सारे ट्रीटमेंट लेने से बालों को नुकसान पहुंचता है। इससे बालों की क्वालिटी खराब होती है। बाल जल्दी झडऩे लगते हैं। इसके अलावा बहुत ज्यादा हेयर कलर के इस्तेमाल से डैंड्रफ हो जाता है, जो देखने में बहुत बुरा लगता है।
मेकअप प्रोडक्ट्स खासकर लिपस्टिक, आई लाइनरआदि किसी के साथ शेयर न करें। इससे अगर सामने वाले व्यक्ति को कोई इन्फेक्शन होगा, तो वह मेकअप प्रोडक्ट्स के जरिए आप तक पहुंच सकता है। मेकअप से पहले हाथ अच्छी तरह जरूर धोएं। कभी भी एक्सपायरी डेट के सौंदर्य प्रसाधन इस्तेमाल न करें। ये त्वचा के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
अगर आपको टैटू बनवाने का शौक है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है। पर टैटू गुदवाते समय सफाई का पूरा ध्यान रखें। बॉडी पियर्सिग हमेशा अच्छे प्रोफेशनल से फ्रेश सुई से कराएं। पियर्सिग की गई जगह पर नकली आभूषण न पहनें। साथ ही शरीर के जिस हिस्से पर पियर्सिग कराई है, उसे रोज नहाते समय साफ करें। इनके आसपास गंदगी जमा हो जाती है जो नुकसान पहुंचाती है।
इन पर भी ध्यान दें 
मासिक धर्म के दौरान दिन में कम से कम तीन बार नैपकिन बदलें। संभव हो तो नैपकिन बदलते समय गुप्तांगों की पानी से अच्छी तरह सफाई करें।
सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद अच्छी तरह गुप्तांगों की सफाई करें।
गुप्तांगों के बालों की साफ-सफाई पर ध्यान दें। बड़े हुए बालों से मासिक धर्म के दौरान संक्रमण का खतरा
रहता है।  
गर्मियों में जल्दी-जल्दी बाजू के निचले हिस्से के बाल साफ करें। यहां पसीना जमने से बदबू तो आती ही है, इन्फेक्शन का भी खतरा बढ़ जाता है।
गर्मियों में धूप से आने के बाद अच्छी तरह नहाएं। पसीने से मुक्ति मिलेगी और इन्फेक्शन से भी बची रहेंगी।
जब भी घर से बाहर जाएं तो अपने साथ हैंड सेनिटाइजर रखें। कुछ भी खाने से पहले इससे हाथ साफ करें।
पर्स में रोज धुला हुआ रुमाल रखें। गंदा रुमाल कई तरह के इन्फेक्शन का घर होता है।
किसी दूसरे का तौलिया इस्तेमाल न करें और न ही अपना तौलिया किसी को इस्तेमाल करने दें।
किसी दूसरे की कंघी इस्तेमाल में न लाएं। इससे डैंड्रफ हो सकता है।
रोज जुराबें बदलें। जुराबों में पसीना जम जाता है, जो इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
दिनभर में कम से कम दो बार अच्छी तरह दांतों की सफाई करें। खाना खाने के बाद कुल्ला करना न भूलें।
इसे न करें अनदेखा
पर्सनल हाईजीन में बाथरूम का भी अहम रोल होता है। कई बार हम खुद को तो अच्छी तरह से साफ कर लेते हैं, पर बाथरूम की साफ-सफाई पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते। गंदा बाथरूम भी इन्फेक्शन फैलाता है। इससे बचने के लिए बाथरूम में सीलन न रहने दें। नहाने के बाद बाथरूम की खिड़की खोल दें। समय-समय पर बाथरूम की और बाल्टी, मग, टब, नल, शॉवर आदि की अच्छी तरह सफाई करें। सप्ताह में एक बार टब, बाल्टी, मग आदि को धूप दिखाएं। कभी भी गंदे, नमीवाले इनरवियर न पहनें। रोज इनरवियर जरूर बदलें। संभव हो तो दिन में दो बार पैंटी बदलें। इनरवियर धोने के बाद उन्हें धूप में सुखाएं, ताकि उनमें नमी न रहने पाएं। सप्ताह में एक बार डिटॉल वाले पानी में कुछ देर इनरवियर भिगोएं। फिर इन्हें धूप में सुखाएं।