Thursday, January 24, 2013

सर्दियों का राजा अमरूद




अमरूद को सर्दियों में फलों का राजा यूं ही नहीं कहा जाता है। नाशपाती के आकार का अमरूद बाहर से देखने पर हरे तथा पीले रंग का और अंदर से सफेद और लाल रंग का होता है। यह अपने कुरकुरे और मीठे स्वाद के कारण जितना पसंदी किया जाता है, उससे भी अधिक इसके गुणों के कारण खाया जाता है,
अमरूद स्वास्थ्य के लिए एक अद्भुत फल है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व शरीर को फिट और स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, इसीलिए इसे सुपर फल का दर्जा दिया गया है। अमरूद विटामिन ए, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, लाइकोपीन, फोलिक एसिड, पोटैशियम, तांबा, मैगनीज, फाइबर, निकोटिन, आयरन, कैल्शियम जैसे कई पौष्टिक तत्वों का खजाना है। अध्ययनों से साबित हो चुका है कि अमरूद में संतरे की तुलना में विटामिन सी और सेब-केले की तुलना में पोटैशियम कहीं अधिक मात्रा में पाया जाता है। अमरूद को संतुलित पोषण प्रोफाइल माना गया है। अमरूद में मौजूद विटामिन सी शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है। कैंसर रक्षक लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट और कैरोटीन से भरपूर अमरूद स्तन, फेफडमें और मुंह के कैंसर से लड़ने में मदद करता है। पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में प्रभावशाली है।
हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करे
अमरूद फाइबर और हाइपोग्लीसेमिक का समृद्ध स्त्रोत है, जो ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में फायदेमंद है। अध्ययनों से साबित हो चुका है कि शरीर में पोटैशियम की दैनिक जरूरत के 20 प्रतिशत भाग की आपूर्ति एक मध्यम आकार का अमरूद करता है। इसमें मौजूद पोटैशियम हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण कारक का काम करता है।
हृदय का रखें ध्यान
अमरूद में मौजूद लाइकोपीन दिल की सेहत को बढ़ावा देने का प्रमुख कारक है। लाइकोपीन इसके ऑक्सीकरण के लिए संकीर्ण धमनियों का निर्माण करता है।
दस्त और पेचिश
एस्ट्रीजेंट्स तत्वों से समृद्ध अमरूद दस्त में अतिसार को बांधता है। ये एस्ट्रीजेंट्स एल्काइन प्रकृति के होते हैं, जिनमें निस्संक्रामक और बैक्टीरियल विरोधी गुण होते हैं। ये माइक्रोबियल विकास को रोकते हैं, आंतों से अतिरिक्त बलगम को हटाते हैं।
कब्ज से राहत
फाइबर में धनी अमरूद पाचन में बहुत मददगार है। इसके बीज एक शक्तिशाली रेचक का काम करते हैं। यह कब्ज के दौरान पेट को नरम करता है और आंत के उत्सर्जन तंत्र को सुचारु बनाता है। पोटैशियम और विटामिन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पेट की समस्याओं के लिए कारगर
अमरूद में मौजूद पेक्टिन पाचन को बढ़ावा देने और भूख में सुधार करने में मदद करता है। फाइबर अपच समस्याओं को रोकने में सहायक है। अमरूद पेट दर्द और पेट में कीड़ों के इलाज के लिए उपयोगी है। विशेषज्ञ पेट दर्द में आराम के लिए शहद और दूध के साथ अमरूद का गूदा मिलाकर खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा अमरूद के नियमित सेवन से गुर्दे की पथरी के गठन को रोकने में मदद मिलती है।
वजन घटाने में सहायक
फाइबर, खनिज और विटामिन में अमीर अमरूद का सेवन संतुष्टि का अहसास कराता है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो दोपहर के भोजन में एक या दो अमरूद खाने से लाभ हो सकता है। फाइबर अच्छा चयापचय का काम करता है, जिससे न केवल पेट भरता है, बल्कि अमरूद में मौजूद प्रोटीन और विटामिन शाम तक आपको ऊर्जा भी प्रदान करता है।
दांत दर्द से राहत दिलाए
अमरूद में मौजूद विटामिन सी और एस्ट्रीजेंट सामग्री दांतों से खून बहने, मसूड़ों में सूजन और मुंह के अल्सर के उपचार में उपयोगी है। इसकी पत्तियों को उबाल कर गरारे करने से दांत दर्द में आराम मिलता है।
सर्दी और खांसी में सहायक
अमरूद का रस फेफड़ों में बलगम बनने से रोकता है और सांस नली के संक्रमण को कम करता है। इसके सेवन से इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण कम करने में मदद मिलती है। यह डेंगू बुखार की रोकथाम में उपयोगी है। अमरूद में मौजूद पेक्टिन गले की खराश का प्रभावी इलाज है।
स्वस्थ थायरॉयड ग्रंथि को बढ़ावा देता है
अमरूद में मौजूद तांबा थायरॉयड के चयापचय में काम आने वाले हार्मोस का उत्पादन और अवशोषण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
त्वचा का सुरक्षा कवच
अमरूद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एस्ट्रीजेंट तत्व त्वचा को स्वस्थ, कांतिमय और उज्ज्वल बनाता है। यह त्वचा की बनावट में सुधार लाने में मदद करता है। मुंहासों, फोड़ों-फुंसियों जैसे त्वचा संबंधी विकारों के खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करता है। विटामिन सी से समृद्ध होने के कारण यह स्कर्वी के इलाज में सहायक है।
महिलाओं की समस्याओं में फायदेमंद
अमरूद का सेवन महिलाओं में मासिक धर्म के समय होने वाली ऐंठन को कम करने में लाभकारी है। गर्भावस्था के दौरान सुबह उठते समय जी मिचलाने जैसी समस्याओं में भी यह प्रभावी है। अमरूद की पत्तियों का रस पीने से योनि स्रव में भी आराम मिलता है।
मधुमेह का खतरा कम होता है
फाइबर से भरपूर अमरूद शरीर में शर्करा के अवशोषण को धीमा करता है। अमरूद का नियमित सेवन टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
सावधानियां
हालांकि अमरूद पोषक तत्वों की खान है। लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में दो अमरूद से ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
(साभार)

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