अमेरिका में नींद पर किए गए एक शोध में साबित हुआ है कि सिर्फ तनाव ही नहीं, बल्कि पौष्टिक खाने की कमी भी कम सोने का कारण बन सकती है। किन पदार्थों का करें सेवन और खानपान से जुड़ी किन आदतों में सुधार लाएं ताकि नींद आसानी से आपके पास आ जाए।
हमारे खानपान का सीधा संबध हमारी नींद पर पड़ता है। यह खुलासा अमेरिका में किए गए एक शोध में पहली बार सामने आया है। यह शोध पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के पेरलमान स्कूल ऑफ मेडिसीन ने करवाया। इसमें नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रिशंस एग्जामिनेशन सर्वे से प्राप्त आंकड़ों पर विस्तार से अध्ययन किया गया। शोधकर्ताओं ने विभिन्न आयुवर्ग के लोगों के सामाजिक-आर्थिक, भौगोलिक स्थिति, उनके डायट चार्ट में पौष्टिक भोजन की मात्रा आदि के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला कि कुछ पोषक तत्व कम और ज्यादा सोने में अहम भूमिका निभाते है।
शोध में पाया गया कि जो लोग साधारण नींद यानी सात-आठ घंटे की नियमित नींद लेते हैं, उनके खाने में विविधता होती है। उनके आहार में नींद के लिए जरूरी पोषक तत्व जिनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल शामिल हैं, भरपूर मात्रा में होते हैं। ठीक उसके विपरीत कम सोने वालों के शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी पाई गई है। नतीजा कि ज्यादा सोने वालों की अपेक्षा कम सोने वाले लोगों के शरीर में ज्यादा कैलोरी जमा होती है। भविष्य में यही कैलोरी मोटापा, मधुमेह, हृदय और रक्तवाहिनियों से संबंधित गंभीर बीमारियों का एक प्रमुख कारण बन जाती है। जानी-मानी वेलनेस एक्सपर्ट डॉं. ईशी खोसला कहती हैं कि रात को आप जल्दी भोजन करने की आदत डालें। रात का भोजन आपके दोपहर के भोजन की अपेक्षा हल्का होना चाहिए। सोने के कम से कम तीन-चार घंटे पहले भोजन करने से भोजन का पाचन अच्छी तरह से होता है। रात में सोने से पहले हल्दी या अदरक मिले दूध का सेवन करने से अच्छी नींद आती है।
शरीर में पानी की कमी
शरीर में पानी की कमी भी कम नींद यानी अनिद्रा का एक प्रमुख कारण हो सकता है। ज्यादा पानी पीने से आपका मेटाबॉलिज्म ठीक रहेगा और शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाएंगे। इसके अलावा विटामिन सी की कमी भी कम नींद का एक कारण है। स्ट्रॉबेरी, संतरा, अंगूर, नीबू, पपीता, कीवी, अमरूद, शिमला मिर्च का सेवन न केवल आपके पाचन शक्ति को बढ़ाता है बल्कि अच्छी नींद में सहायक है। शोध में पाया गया है कि सिलीनीयम जो कि मीट, मछली, चिकन, अंडे आदि में पाया जाता है, खाने से अच्छी नींद आती है। जो लोग शाकाहारी हैं वे नट्स, सनफ्लावर सीड्स, मशरूम, प्याज, चना, बार्ली, ब्राउन राइस, ओट आदि को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। लूटिन ओर जैकसनथिन नामक कैरोटिन जो हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है का सेवन भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लाइकोपीन की कमी नींद में बाधक बन सकती है। इससे बचने के लिए आप नारंगी रंग के फल और सब्जियां जैसे संतरा, गाजर, टमाटर, खरबूज का सेवन कर सकते हैं। इनमें एंटी ऑक्सिडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो आपके शरीर मेंकोलोस्ट्रॉल को कम करते हैं।
कार्बोहाइड्रेट भी है जरूरी
अच्छी नींद के लिए कार्बोहाइड्रेट की सही मात्रा लेना जरूरी है। वेलनेस एक्सपर्ट डॉं. शिखा शर्मा कहती हैं कि अगर अच्छी नींद चाहिए तो ग्लूकोज, अनाज, दूध और ओट्स का नियमित रूप से सेवन करें। साथ ही संतुलित भोजन पर जोर दें। खानपान के मामले में अनदेखी से आप अनिद्रा की शिकार हो सकती हैं।
नींद नहीं ली तो बन जाएंगे डायबिटीज के मरीज
तनाव के कारण लोग रात में कम नींद ले पाते हैं। अगर आप भरपूर नींद नहीं ले रहे हैं तो मोटापा और डायबिटीज के मरीज बन सकते हैं। सेहतमंद रहने के लिए रोज कितने घंटे की नींद जरूरी है? ब्रिटेन में माइकल मोचले ने नींद पर यूनिवर्सिटी ऑफ सरेज स्लीप रिसर्च सेंटर में शोध किया। देखा कि नींद का एक घंटा बढ़ा देने का क्या असर होता है। शोध में उन लोगों को शामिल किया गया, जो 6 से 9 घंटे की नींद ले रहे थे। इन्हें दो टीमों में बांटा गया। एक टीम को साढ़े छह घंटे और दूसरी को साढ़े सात घंटे की नींद लेने को कहा गया। एक हफ्ते बाद उनके ब्लड टेस्ट लिए गए। अब दोनों को नींद के वक्त की अदला—बदली करने को कहा गया। यानी साढ़े छह घंटे वाली टीम का एक घंटा बढ़ा दिया। साढ़े सात घंटे वाली टीम का एक घंटा कम कर दिया। एक हफ्ते बाद फिर ब्लड टेस्ट लिए गए। यह पाया गया कि जो लोंग अच्छी नींद लेते हैं, उनमें बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
No comments:
Post a Comment