Thursday, April 18, 2013

स्वाद क्यों बने मौसम का मोहताज


मौसम भिंडी का हो और आपका मन हो गाजर या गोभी खाने का, तो आप क्या करेंगी? बेमौसमी सब्जी बाजार से महंगे दामों पर खरीद कर लाएंगी या मन मसोस कर रह जाएंगी। बेमौसमी सब्जी का लुत्फ भी आप उठा सकती हैं।
सर्दी का मौसम लगभग खत्म हो चुका है और साथ ही हरी-भरी सब्जियां भी बाजार से विदा ले रही हैं। अगर आप आनेवाले कुछ माह तक इन सब्जियों का स्वाद चखना चाहती हैं तो आपके पास एक उपाय है। आप इन सब्जियों को संरक्षित कर सकती हैं। न तो झुलसाने वाली तेज धूप है और न ही तेज ठंडक। इसी मौसम में घरों में सालभर के लिए आलू के चिप्स, पापड़, बड़ी, मुंगौड़ी आदि बना कर रखे जाते हैं। आइये जानें कि सब्जियां
कैसे संरक्षित करें:
फूलगोभी, गाजर व शलजम ऐसे सुखाएं
गाजर, फूलगोभी, शलजम आदि सब्जियों को सुखाने के लिए पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें। गाजर को छील कर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर बीच का पीला भाग निकाल दें। इसी तरह फूलगोभी के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। शलजम को भी छीलकर छोटे-छोटे टुकड़े में काट लें। सब्जियों को गुनगुने पानी में नमक और चुटकी भर खाने वाला सोडा डाल कर एक घंटा भिगोएं। फिर पानी से निकाल कर एक तौलिये पर रखें। जब सब्जियों का पानी सूख जाए तो एक बड़े धागे में सूई की सहायता से माला की तरह पिरो लें। पुराने मलमल के दुपट्टों से थैलियां बनायी जा सकती हैं। इनमें गाजर, मूली, शलजम की माला लटका दें और तेज धूप में सुखाएं। इस तरह से सुखाने में थोड़ा समय ज्यादा लगेगा पर सब्जियां समय तक टिकेंगी। अगर इन्हें हल्की छांव में सुखाया जाएगा तो फफूंद लगने की आशंका बनी रहेगी।
हरी सब्जियों को ऐसे सुखाएं
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, पुदीना, करीपत्ता, धनिया आदि को सुखाने के लिए डंठल से अलग कर पत्तों को साफ पानी से खूब धोएं। फिर एक बड़े फैले बर्तन में पानी भरें और आधा किलो सब्जी की मात्रा पर एक चम्मच नमक व चुटकी भर खाने वाला सोडा मिला दें। इसमें सब्जियों को पन्द्रह मिनट भिगोएं। पानी से निकालकर रोयेंदार तौलिया पर डालें और हल्के हाथों से थपथपायें ताकि पानी थोडम सूख जाए। फिर मलमल के कपड़े पर हल्की धूप में सुखाएं। जब सब्जी अच्छी तरह सूख जाये तो किसी एयरटाइट डिब्बे में या छोटी-छोटी पॅलीथीन में बंद करके रख दें।
लहसुन और प्याज ऐसे सुखाएं
लहसुन की कलियों को छीलकर तेज धूप में सुखाएं, फिर पाउडर बना कर रख लें। जब भी प्रयोग करना हो तो जरूरत के मुताबिक प्रयोग में लाएं। प्याज को छीलकर पांच प्रतिशत नमक वाले घोल में डालें फिर कपड़े से पोंछ कर तेज धूप में सुखा लें। इसका भी पाउडर बना कर रखा जा सकता है।
हरी मटर के दाने व मक्की के दाने ऐसे करें प्रिजर्व
एक किलो मटर के दानों या मक्की के दानों को आधा लीटर पानी में एक बड़ी चम्मच चीनी और एक चौथाई चम्मच खाने वाला सोडा डाल कर दो मिनट उबालें और तीन मिनट पानी में ही पड़ा रहने दें। एक रोएंदार साफ तौलिया पर डालें और जब पानी सूख जाए तो जिप लॉक वाली छोटी थैलियों में भर कर लॉक करें। हवा निकाल दें और डीप फ्रीजर में रखें। जब जरूरत हो एक थैली निकालें और प्रयोग में लाएं।
बिना केमिकल के संतरे या नीबू का शरबत
एक बोतल में तीन-चौथाई पिसी चीनी भरें और उसमें संतरे या नीबू का ताजा रस निकाल कर डाल दें। रस उतना डालें, जितनी चीनी हो। बिना प्रिजर्वेटिव के अच्छा शरबत तैयार है। इस विधि में पानी का अंश बिल्कुल नहीं होना चाहिए। नहीं तो शरबत खराब हो जाएगा।
टमाटर प्यूरी
मार्च-अप्रैल में टमाटर सबसे सस्ते होते हैं तब इनकी प्यूरी बनाकर रखी जा सकती है। ढाई किलो लाल पके टमाटर लें। इनके ऊपर के फूल हटा कर चार-चार टुकड़े करें। प्रेशरकुकर में डाल कर एक सीटी आने तक पकाएं। ठंडा करके छलनी से पल्प अलग करें। पुन: इसमें पच्चीस ग्राम चीनी और चालीस ग्राम नमक डालकर एक उबाल आने तक पकाएं। आधा चाय का चम्मच सोडियम बेंजोएट मिलाएं और गरम-गरम ही स्टरलाइज्ड बोतलों में भर दें। डिब्बा एयरटाइट होना चाहिए। जब टमाटर महंगे हों इस टमाटर प्यूरी का प्रयोग करें।




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