Sunday, May 12, 2013

ओट्स से पाएं सेहत और सौंदर्य


गर्मियों के लिए ओट्स (जई) एक बेहतरीन सीरियल है। इसकी तासीर ठंडी होती है। यह त्वचा की जलन को दूर करता है और असमय झुर्रियों से बचाता है। तो क्यों न इसे अपने जीवन में शामिल करें। डाइटीशियन ईशी खोसला व सौंदर्य विशेषज्ञा डॉली कपूर बता रही हैं इसके अन्य गुणों के बारे में..
 ओट्स में इनोजिटॉल पाया जाता है, जो ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बरकरार रखने का एक बेहतरीन स्रोत है। ओटमील और ओट के चोकर में पर्याप्त डाइटरी फाइबर होता है। इसमें पाया जाने वाला सॉल्युबल फाइबर डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को दुरुस्त रखने में मदद करता है। दरअसल, गर्मियों में अक्सर लोगों को तमाम तरह पेट की समस्याएं मसलन एसिडिटी, जलन और डाइजेशन की प्रॉब्लम होती है। बावल मूवमेंट्स को नियमित करने के लिए फाइबर की जरूरत होती है।
 सेहत के लिए जरूरी 
 - आपने सुना होगा कि दिन अच्छी शुरुआत करने के लिए ब्रेकफास्ट बहुत जरूरी होता है। यह जान लें कि दिन की शुरुआत के लिए एक बाउल ओटमील से अच्छा कोई मील नहीं है।
 - ओट्स में पर्याप्त फाइबर होने के कारण इसे अपने आहार में शामिल करना अच्छा होता है। इसमें सॉल्युबल और अनसॉल्युबल दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं। अनसॉल्युबल पानी में नहीं घुल पाता। यह स्पॉन्जी होता है, जो कब्ज को दूर करने में मदद करता है। साथ ही पेट खराब होने से भी बचा पाता है।
 - इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन बी-काम्प्लेक्स और मैग्नीशियम होता है, जो नर्वस सिस्टम के लिए बहुत जरूरी होता है। गर्मी के कारण चक्कर, दिल घबराने जैसी आम समस्याओं में यह बहुत लाभदायक होता है।
 - पके हुए ओट्स शरीर से अतिरिक्त फैट कम करते हैं, वहीं अनरिफाइन्ड ओटमील स्ट्रेस को कम करता है।
 - हाई फाइबर होने के कारण यह बावल कैंसर से बचाता है। साथ ही हृदय रोग के खतरों से दूर रखता है।
 - अगर आप डाइबिटीज और ब्लड शुगर की समस्या से ग्रस्त हैं तो ओट्स का सेवन करें, क्योंकि यह शरीर में ब्लड शुगर और इंसुलिन को नियंत्रित रखता है।
 - एक शोध से यह पता चला है कि 2-18 साल के बीच के बच्चे, जो नियमित रूप से ओटमील लेते हैं, उनमें ओबेसिटी होने का खतरा बहुत कम होता है। शोध से यह भी पता चला है कि जिन बच्चों की डाइट में ओटमील शामिल होता है उनमें 50 प्रतिशत कम वजन बढऩे की संभावना होती है।
 सौंदर्य बढ़ाए 
 - ओटमील फेसपैक त्वचा को कोमल और कांतिमय बनाता है। यह एक बेहतरीन ब्यूटी एन्हेंसर है। यह त्वचा को चमकदार बनाता है।
 - अत्यधिक रूखी त्वचा और एग्जीमा को दूर करने के लिए ओटमील बाथ लेना अच्छा उपाय है। यह त्वचा की जलन को दूर करता है। इसके लिए 500 ग्राम ओट्स की भूसी को एक लीटर पानी में 20 मिनट तक उबालें। फिर छानकर ठंडा करें और उस पानी से नहाएं।
 - खोई हुई रंगत और कोमलता पाने के लिए ओट्स स्क्रब लगाएं। इसके लिए दो टेबलस्पून ओटमील, दो टीस्पून ब्राउन शुगर, दो टेबलस्पून एवोकैडो और पांच-छह बूंद रोज एसेंशियल ऑयल मिलाकर पेस्ट बनाएं और गीली त्वचा पर इससे हल्का मसाज करें। गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लें। पूरे शरीर पर लगाने के लिए इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं।
 ओट्स ऐंड हनी मिल्क बाथ 
 आधा टी-कप ओटमील, एक चौथाई टी-कप आमंड मिल्क , पांच-छह बूंद लैवेंडर ऑयल को एक छोटे फैब्रिक बैग में भरकर बाथटब में डालें, फिर नहाएं।





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