Sunday, May 12, 2013
नहीं चलेगी एलर्जी की मर्जी
एलर्जी तब होती है, जब शरीर किसी पदार्थ के प्रति प्रतिक्रिया करता है। वह पदार्थ जिसके कारण प्रतिक्रिया होती है, उसे एलर्जन कहा जाता है। एलर्जी के विभिन्न प्रकार होते हैं। सामान्य रूप से एलर्जी इन कारणों से उत्पन्न होती है-
- हवा में मौजूद धुआ, गर्दा और फूलों के पराग कण आदि।
- कुछ लोगों में दूध, रसायनों या फिर कुछ दवाओं के सेवन से।
- कीड़ों के डंक जैसे बर्र, मधुमक्खी या चीटे के काटने आदि से।
लक्षण
- नाक में खुजली, नाक का बहना या बद होना।
- गले में खुजली होना या खासी आना।
- छींकना, खासना और कभी-कभी अस्थमा या दमा का दौरा पडऩा।
- आखों में खुजली, लाली, सूजन, जलन या पानी सरीखा द्रव बहना।
- त्वचा पर लाली पडऩा और खुजली होना।
- कान में तकलीफ होने पर सुनने की क्षमता में कमी आना।
- सिरदर्द, मितली या उल्टी, पेट में दर्द या मरोड़ होना। दस्त होना।
- मुंह के आसपास सूजन या निगलने में कठिनाई।
एलर्जी के प्रकार
एलर्जिक कन्जंक्टिवाइटिस: यह आमतौर पर पाया जाने वाला एलर्जी का एक प्रकार है। यह समस्या धूल, धुएं, कॉन्टैक्ट लेंस व सौंदर्य प्रसाधन से सबधित वस्तुओं के इस्तेमाल से उत्पन्न हो सकती है। इसमें आमतौर पर आखों में लाली, जलन व खुजली महसूस होती है।
त्वचा की एलजीर्: त्वचा की एलर्जी सबसे आम समस्याओं में से एक है। इसमें एग्जिमा व अरटीकेरिया नामक रोग प्रमुख हैं। एग्जिमा आमतौर पर बचपन में होता है किन्तु वयस्क अवस्था तक जारी रह सकता है। त्वचा पर लाल चकत्ते उभर आते हैं। एलर्जी का यह प्रकार अक्सर अज्ञात कारणों से उत्पन्न होता है।
फूड एलजीर्: किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी की शिकायत होना फूड एलर्जी का सूचक है। एलर्जी से सबधित शिकायतों का निदान व उसका उपचार आवश्यक है।
डायग्नोसिस
त्वचा परीक्षण: एलर्जी उत्पन्न करने वाले तत्वों की पहचान के लिए यह परीक्षण किया जाता है।
रक्त परीक्षण: यह रक्त में विशिष्ट एंटीबॉडीज- की पहचान के लिए किया जाता है।
उपचार
- डॉक्टर की सलाह से कई एलर्जी रोधक दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है। जैसे मोन्टेल्यूकास्ट तत्व से युक्त दवा आदि।
- इम्यूनोथेरेपी के माध्यम से व्यक्ति में धीरे-धीरे किंतु अधिक मात्रा में एलर्जन पहुंचाया जाता है।
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