तकनीक ने खाने-पीने की आदतों को लेकर हमारी मुश्किलों को काफी आसान कर दिया है। बात अगर फल-सब्जी की हो तो उसे हम उसे सीधे फ्रिज का रास्ता दिखा देते हैं। यह सोचने की फुर्सत किसी के पास नहीं है कि इससे फल-सब्जियों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स की मदद से नेहा जैन बता रही हैं कि कैसे स्टोर करें फल और सब्जियां, जिससे वह रहें हमेशा हरी-भरी :
फल :
अब लगभग साल भर हर फल खाने को मिल सकता है, लेकिन हर फल को स्टोर करने का तरीका जुदा है। बेहतर होगा कि सीजन के फलों को ही खाने के लिए चुनें।
केला
लाइफ : 4-5 दिन
कैसे स्टोर करें - केले को रूम टेंप्रेचर पर ही रखना चाहिए। इसे अगर आपने फ्रिज में रख दिया तो यह काले और पिलपिले हो जाएंगे।
अंगूर
सीजन : जनवरी से अप्रैल
लाइफ : 15-20 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में
अमरूद
सीजन : अक्टूबर से जनवरी
लाइफ : अधिकतम 10 दिन
कैसे स्टोर करें : इसे रूम टेंप्रेचर या फ्रिज, किसी भी तरीके से स्टोर किया जा सकता है। अमरूद को धूप से बचाना चाहिए, क्योंकि धूप में यह काले पड़ जाते हैं। रूम टेंप्रेचर पर यह 1-2 दिन और फ्रिज में 10 दिन तक चल सकते हैं। रूम टेंप्रेचर में रखने से यह कुछ नरम भी हो जाते हैं।
आम
सीजन : मार्च से अगस्त
लाइफ : 5 से 6 दिन
कैसे स्टोर करें : आम को पानी में एक घंटे तक भिगो कर फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है। अगर आम को कार्बाइड से पकाया गया है तो पानी में भिगोने से इसका बुरा असर कुछ कम हो जाता है।
खुबानी
सीजन : मई-जून
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : इन्हें फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।
खरबूजा
सीजन : अप्रैल-जुलाई
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : खरबूजे को फ्रिज में स्टोर करना चाहिए। आमतौर पर लोगों का मानना है कि इससे फ्रिज में खरबूजे की गंध फैल जाती है लेकिन ऐसा तब ही होता है जब खरबूजा खराब होने लगता है। जब खरबूजा खराब होने लगता है तो उसकी गंध फ्रिज में फैल जाती है।
पपीता
सीजन : 12 महीने
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं लेकिन इसे काट कर रखने से यह नरम पड़ जाता है।
अनार
सीजन : 12 महीने
लाइफ : 1 महीना
कैसे स्टोर करें : अनार को रूम टेंप्रेचर पर ही रखना चाहिए। अगर इसे फ्रिज में रख देंगे तो यह जल्दी गल जाएगा और ठण्डा होने पर खराब भी हो जाएगा। रूम टेंप्रेचर पर भले ही यह सूख जाए लेकिन इसका स्वाद और मिठास बना रहता है। अनार को काटने से पहले इसे 10-15 मिनट पानी में भिगो कर रख देना चाहिए। इससे छिलके नरम हो जाएंगे और इसे काटना आसान हो जाएगा।
तरबूज
सीजन : अप्रैल- अगस्त
लाइफ : 10 से 15 दिन (साबुत)
कैसे स्टोर करें : पानी में भिगोकर या फ्रिज में स्टोर करें।
सेब
सीजन : सितम्बर-दिसम्बर
लाइफ : 10 से 15 दिन
कैसे स्टोर करें - फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
खजूर
सीजन : खजूर का मौसम 12 महीने रहता है, किन्तु इसकी तासीर गर्म होने के कारण इसे अधिकतर सर्दियों में खाया जाता है।
लाइफ : 6 महीने
कैसे स्टोर करें : खजूर दो तरह के होते हैं, सूखे खजूर और गीले खजूर। सूखे खजूर को रूम टेंप्रेचर पर और गीले खजूर को फ्रिज में स्टोर करना चाहिए।
नारियल
सीजन : 12 महीने
लाइफ : पानी वाला नारियल - 1 महीना सूखा नारियल- 6 महीना
कैसे स्टोर करें : पानी वाले नारियल को रूम टेंप्रेचर पर और सूखे नारियल को पॉलिथिन में या सील पैक डब्बे में रूम टेंप्रेचर पर रखना चाहिए।
नींबू
सीजन : मई से जुलाई
लाइफ : 7 से 8 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज
लीची
सीजन : मई से जून
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : लीची को फ्रिज में स्टोर करना चाहिए। बारिश के बाद लीची नहीं खानी चाहिए क्योंकि बारिश से उसमें कीड़े हो जाते हैं जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
संतरा
सीजन : अगस्त से नवम्बर
लाइफ- 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज
मौसमी
सीजन : मार्च से अगस्त
लाइफ : 7 से 8 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज या रूम टेंप्रेचर, कहीं पर भी स्टोर कर सकते हैं।
चीकू
सीजन : अगस्त से जनवरी
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
स्ट्रॉबेरी
सीजन : अप्रैल से जून
लाइफ : 24 घंटे
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
चेरी
सीजन : मई से जुलाई
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
सब्जियां : सब्जियों से हमारा रोज का लेना-देना है और इन्हें स्टोर करते वक्त भी सही जानकारी बहुत जरूरी है।
आलू
सीजन : जुलाई से अगस्त
लाइफ : 1 महीना
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर
प्याज व लहसून
सीजन : मार्च से जून
लाइफ : 1 महीना
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर पर किसी सूखी जगह पर रखने चाहिए।
लौकी/घीया
सीजन : सितम्बर से नवंबर
लाइफ : 4 से 5 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज
पत्ता एवं फूल गोभी
सीजन : सितम्बर-दिसम्बर
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : पत्ता और फूल गोभी को फ्रिज या रूम टेंप्रेचर, कहीं पर भी स्टोर कर सकते हैं।
शिमला मिर्च
सीजन : अगस्त से नवंबर
लाइफ- 4 से 5 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
गाजर
सीजन : सितम्बर से दिसम्बर
लाइफ- 4 से 5 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
टिंडा
सीजन : अक्टूबर से फरवरी
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में रखें।
तोरी
सीजन : अक्टूबर से दिसंबर
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज या रूम टेंप्रेचर दोनों पर ही यह सही-सलामत बनी रहती है।
बैंगन
सीजन : अक्टूबर से जनवरी
लाइफ : 4 से 5 दिन
कैसे स्टोर करें- फ्रिज और रूम टेंप्रेचर दोनों पर स्टोर कर सकते हैं।
अदरक
सीजन : नवंबर से मार्च
लाइफ : 15 से 20 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में रखें। रूम टेंप्रेचर पर यह अंदर से सड़ जाती है।
कटहल
सीजन : मई से जुलाई
लाइफ- कटा हुआ 1 दिन साबुत 15 दिन
कैसे स्टोर करें : कटे हुए कटहल को तेल या नींबू का रस लगाकर फ्रिज में रख देना चाहिए। इससे यह काला नहीं पड़ेगा और इसका चिपचिपापन हट जाएगा। साबुत कटहल को रूम टेंप्रेचर पर स्टोर किया जा सकता है।
शलजम
सीजन : अगस्त से दिसम्बर
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में आराम से स्टोर किया जा सकता है।
भिंडी
सीजन : सितम्बर से दिसंबर
लाइफ : 1 से 2 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
टमाटर
सीजन : सितंबर-जनवरी
लाइफ : 4-5 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करने से यह जल्दी पकते भी नहीं है।
मटर
सीजन : अप्रैल से जुलाई
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर और फ्रिज दोनों में यह सही-सलामत रहती है।
मेथी, सरसों और बथुआ
सीजन : अक्टूबर से दिसंबर
लाइफ : 1 से 2 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में पैकिंग से बाहर निकाल कर स्टोर करें।
पालक
सीजन : अक्टूबर से दिसंबर और मार्च से अप्रैल
लाइफ : 1 से 2 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में गड़्डी खोल कर।
धनिया
सीजन : अक्टूबर से दिसंबर
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : धनिया को गीले कपड़े में लपेटकर रूम टेंप्रेचर पर स्टोर करना चाहिए। फ्रिज में यह काला पड़ सकता है।
अरबी
सीजन : जनवरी से मार्च
लाइफ : 10 से 12 दिन
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर पर भी यह सही बनी रहती है।
पेठा/सीताफल
सीजन : दिसंबर से अप्रैल
लाइफ : 12-15 दिन (साबुत)1-2 दिन (कटा हुआ)
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
मूली
सीजन : सितंबर से दिसंबर
लाइफ : 3-4 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में पैकिंग से बाहर निकाल कर स्टोर करें।
परमल
सीजन : सितंबर से दिसंबर
लाइफ : 3 से 4 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज में स्टोर करें।
कचालू
सीजन : मार्च से मई
लाइफ : 10 से 12 दिन
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर पर किसी सूखी जगह।
जमींकंद
सीजन : अगस्त से नवंबर
लाइफ : 10 से 12 दिन
कैसे स्टोर करें : रूम टेंप्रेचर पर किसी सूखी जगह।
खीरा
सीजन : अप्रैल से जुलाई
लाइफ : 2 से 3 दिन
कैसे स्टोर करें : फ्रिज
कटे फल-सब्जियां कैसे करें स्टोर : इस मसले पर एक्सपर्ट्स की मुख्य सलाह यह है कि कि फल और सब्जियां उतने ही काटें जितने इस्तेमाल हो सकें। कटे हुए फल एवं सब्जियां जल्दी खराब होने लगते हैं। उन पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि आप चाहे न चाहें, कटे हुए फल-सब्जियां रखने ही पड़ते हैं। ऐसी हालत में कुछ टिप्स काम आ सकते हैं लेकिन इन्हें 12 से 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल कर लें।
कटे प्याज और लहसून को एयर टाइट डब्बे में रूम टेंप्रेचर पर रख सकते हैं। कटे हुए पपीते को फ्रिज में रखना चाहिए। हालांकि 7-8 घंटे में ही यह नरम पड़ने लगता है, इसलिए इसे जल्दी ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए। कटे हुए अनार को एयर टाइट डब्बे में रखकर फ्रिज में रखना चाहिए। तरबूज ज्यादातर लोग कटवाकर लेते हैं। इसीलिए इसे घर लाते ही तुरंत फ्रिज में स्टोर कर लेना चाहिए। कटे हुए नींबू को फ्रिज में रखना चाहिए।
फलों को घर पर ही पकाएं
कभी-कभी बाजार से कच्चे फल आ जाते हैं और उसे खाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कुछ फलों जैसे आम, पपीता आदि को आप कुछ हद तक पका सकते हैं। इसके लिए आप उसे न्यूजपेपर या पॉलिथिन में लपेटकर आटा या चावल के बीच 1-2 दिन के लिए रख दें। इससे वह पक जाएंगे। नाशपाती एवं बब्बू गोशे को पेपर में लपेटकर 2-3 दिन रूम टेंप्रेचर में रखने से यह अच्छी तरह पक जाते हैं।
ये देसी सब्जी क्या है?
आपने सब्जी वालों से अक्सर देसी सब्जियों के बारे में सुना होगा। देसी सब्जियां सब्जियों की वह प्रकार होती है, जिनको लैब में क्रॉस करने नहीं, बल्कि नैचरल परागण से उगाया जाता है। दूसरी ओर लैब में क्रॉस ब्रीडिंग से तैयार सब्जियों को हाइब्रिड कहा जाता है। देखने में भले ही हाइब्रिड सब्जियां सुंदर हों, लेकिन सेहत के लिए ये देसी सब्जियां ही फायदेमंद होती हैं। मार्केट में देसी सब्जियों की पहचान में आप धोखा खा सकते हैं। इसीलिए सब्जियां लेते वक्त अतिरिक्त सावधानी की जरूरत होती है।
इनकी प्रमुख पहचान है कि देसी सब्जियां जहां साइज में छोटी और खुददरी होती हैं, वहीं हाइब्रिड सब्जियां बड़ी और अधिक चमकदार होती हैं। यही बातें फलों पर भी लागू होती हैं। ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी फल या सब्जी को इस्तेमाल करने से पहले धो लेना चाहिए ताकि उस पर लगा केमिकल और गंदगी हट जाए।
गैर मौसमी सब्जियों एवं फलों से बचें
अब ज्यादातर सब्जियां और फल 12 महीने बाजार में मिलते हैं। ऐसे में फल और सब्जियों के सही सीजन का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। गैर मौसमी फलों और सब्जियों को खाकर आपको संतुष्टि भले मिल जाए, लेकिन वह आपकी सेहत के लिए अच्छे नहीं साबित होते। सीजन नहीं होने पर सब्जियां और फल या तो आर्टिफिशल तरीके से उगाए जाते हैं या फिर पूरे साल स्टोर करके रखे जाते हैं, जिसके कारण इनमें प्रिजरवेटिव यूज किया जाता है। कई तरह के केमिकल के इस्तेमाल से इनका न्यूट्रिशन खत्म हो जाता है। लंबे इस्तेमाल से यह केमिकल्स गंभीर रोगों का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए सीजन की फल-सब्जी ही आपकी सेहत में चार चांद लगा सकती है।
पैक्ड फूड कितना फिट?
घर में कामकाजियों की संख्या बढ़ने से बाजार में पैक्ड फूड की भरमार है। इन्हें इंस्टेंट फूड भी कहा जाता है। ये पहले से ही तैयार होते हैं, बस पानी मिलाकर गर्म करने की देर होती है। पैक्ड फूड से भले ही आपका वक्त और मेहनत बचता है लेकिन इसमें मौजूद प्रिजरवेटिव्स सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। महीनों तक स्टोर करने के कारण पैक्ड फूड अपने पोषक तत्व खो देते हैं। उनमें इस्तेमाल होने वाली सब्जियां अपनी लाइफ पूरी होने के बाद पोषक तत्व खो देती हैं। इसलिए पैक्ड फूड से बच कर ताजे सीजनल खाने का दामन थामना चाहिए।
एक्सपाइरी डेट पर कितना एक्सपायर
बाजार में फ्रूट जूस और दही जैसी खाने की चीजें तो बड़े-बड़े स्टोर्स में डिस्काउंट पर मिलती दिख जाती है। कस्टमर इसे फायदे का सौदा समझ कर फौरन झपट लेते हैं। किसी भी ऑफर पर टूट पड़ने से पहले प्रॉडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग यानी उसके बनाने की तारीख और एक्सपाइरी डेट यानी उसके खराब होने की तारीख पर जरूर गौर करें। जो खाने का सामान एक्सपाइरी डेट के नजदीक है, उसे खरीदने से बचना चाहिए, चाहे वह कितना ही सस्ता क्यों न हो। खाने-पीने का सामान मैन्युफैक्चरिंग डेट के जितना नजदीक होगा, उतना ही हेल्थी होगा।
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