अमेरिकी शोधकर्ताओं का दावा है कि शरीर पर तस्वीरें गुदवाने (टैटू) और जिगर की बीमारी हैपेटाइटिस सी के बीच गहरा संबंध है। हैपेटाइटिस जिगर के कैंसर का बड़ा कारण है।
मेडिकल जर्नल हैपेटोलाजी में छपे एक शोध लेख में कहा गया है कि हैपेटाइटिस का विषाणु खून के जरिए अधिक फैलता है और टैटू गुदवाने से यह खतरा काफी बढ़ जाता है।
अमेरिकी संगठन सेन्टर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक अमेरिका में लगभग 32 लाख लोग हैपेटाइटिस से पीड़ित है और यह बीमारी जिगर के कैंसर का प्रमुख कारण है। इस शोध को न्यूयॉर्क विश्विवद्यालय के लेंगोन मेडिकल सेन्टर की वैज्ञानिक पिट्रज फ्रेंकोइस ने अपनी टीम के साथ किया है।
इनकी टीम ने न्यूयॉर्क के तीन अस्पतालों में ऐसे 200 मरीजों पर शोध किया जिन्होंने टैटू गुदवाए थे और हैपेटाइटिस सी की बीमारी से पीड़ित थे। इन्होंने अपने अध्ययन में पाया कि टैटू गुदवाने वाले 34 फीसदी लोगों में हैपेटाइटिस की बीमारी पाई गई, जबकि टैटू रहित लोगों का आंकड़ा 12 प्रितशत था जिन्हें यह बीमारी हुई थी।
उन्होंने बताया कि टैटू एक बड़ा खतरा हो सकता है क्योंकि यह हैपेटाइटिस सी का विषाणु भी उपहार में दे सकता है। यह विषाणु कई वर्षों तक शरीर में सुप्तावस्था में पड़ा रह सकता है और लोगों को पता नहीं चल पाता।
(साभार)
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