डीटीयू के छात्रों ने फॉर्मूला रेसिंग के लिए की है तैयार, ब्रिटेन में मचाएगी धूम
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) के छात्रों द्वारा कार्बन फाइबर से बनाई गई फार्मूला रेसिंग कार ब्रिटेन में धूम मचाएगी। इस कार की खासियत यह होगी कि इसमें आग नहीं लगेगी।
टीम ने बताया कि फार्मूला रेसिंग कारों में आग लगने की घटना होती रहती हैं। डीटीयू के छात्रों ने रेसिंग कार का जो नया मॉडल तैयार किया है, उसमें काफी हद तक आग से बचाव होगा। ड्राइवर की सुरक्षा के मद्देनजर कार में फेल्ट मेटिरियल (आग से बचाव करने वाला पदार्थ) का इस्तेमाल किया गया है। रेस के दौरान कार में आग लगने की स्थिति में ड्राइवर सुरक्षित रहता है।
यह कार एशिया में पहले ही बेहतरीन डिजाइन का खिताब हासिल कर चुकी है। इस साल जुलाई में होने वाले मुकाबले के लिए छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक गीयर शिफ्टिंग वाली कार का डिजाइन तैयार किया है। साथ ही कार का वजन भी 40-50 किलोग्राम कम रहेगा।
टीम लीडर दीपांशु जैन (मेकेनिकल इंजीनियरिंग) और अभिमन्यु जामवाल (ऑटो मोटर) ने बताया कि उनकी कार के निर्माण पर 18-20 लाख रुपये खर्च हुए थे। कार तैयार करने से मुकाबले तक का खर्च जेपी ग्रीन द्वारा वहन किया गया था। उन्हें उम्मीद है कि इस बार के मुकाबले में उनकी रेसिंग कार यूके सहित कई राष्ट्रों को जरूर पछाड़ देगी। जेपी ग्रीन ने इस इस कार का खर्च वहन किया था। उन्होंने कहा कि यह कार कई मायनों में सबसे अलग है।
वजन हुआ हल्का
कार्बन फाइबर और ग्रेड-7 एल्युमिनियम के इस्तेमाल से कार का वजन 220 किलोग्राम होगा, जबकि पहले इसका वजन 260 किलोग्राम से ज्यादा था। मैनुअल की बजाए इलेक्ट्रॉनिक गीयर शिफ्टिंग होने से गीयर लगाने में समय बचेगा और सहूलियत भी रहेगी। पहले कार के गीयर शिफ्टिंग में 80-90 मिली सेकेंड लगते थे, अब 50 मिली सेकेंड लगेंगे।
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