Wednesday, April 24, 2013

शाही ठाटबाट से सजी रेलगाड़ियां


आज भारतीय रेल दुनिया में सबसे बड़ी और व्यस्ततम रेल नेटवर्कों में से एक है, क्योंकि प्रति दिन एक करोड़ 80 लाख से अधिक लोग रेल से यात्रा करते हैं और 20 लाख टन से अधिक माल की ट्रेनों द्वारा ढुलाई होती है। यह पूरे देश को आपस में जोड़ती हैं यानी 64,000 किलोमीटर से अधिक के विशालकाय मार्गों पर दौड़ती हैं।

ट्रेनों में भी आधुनिकता हावी होती गई है।

सैर सपाटे के लिए शाही ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया। एक से बढ़कर एक शाही ट्रेन पर्यटन से जुड़े शहरों को नापने लगी। इन ट्रेनों की सजावट देखकर लगता है जैसे राजमहल पटरियों पर दौड़ रहा हो। लक्जरी ट्रेनों से भारत भ्रमण काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। यह देशभर में भ्रमण करने का सर्वोत्तम आरामदेह तरीका है। ये लक्जरी ट्रेनें आराम की हर सुविधा उपलब्ध कराती हैं और भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों के परिभ्रमण में पर्यटकों को शानो शौकत का एहसास कराती हैं।

महाराजा एक्सप्रेस सेवा मार्च, 2010 में शुरू हुई थी। इस ट्रेन में चढ़ते ही एक अनोखी अनुभूति का एहसास होता है। यह ट्रेन रात के दौरान चलती है, ताकि दिन के समय लोग पर्यटन स्थल घूम सकें। इस ट्रेन में कुल 23 डिब्बे हैं।

इसमें पांच डीलक्स कोच, छह जूनियर सुइट कोच, दो सुइट कोच और एक प्रेसिडेंसियल सुइट कोच है। ट्रेन में दो रेस्तरां, एक बार, एक आब्जरवेशन लॉज है। इस लॉज में बार, गेम टेबल आदि जैसी सुविधाएं हैं। ट्रेन के अन्य अनोखे पहलुओं में हर डिब्बे में सस्पेंशन सिस्टम, तापमान नियंत्रित सवारी केबिन, पर्यावरण अनुकूल शौचालय और सीधे डायल वाले टेलीफोन शामिल हैं। केबिन में बड़े शीशे लगे हैं जिससे लोग बाहर की एक झलक पा सकते हैं। केबिन में एलसीडी टेलीविजन, डीवीडी प्लेयर, इंटरनेट जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। इस लक्जरी ट्रेन की एक अलग पहचान यह भी है कि यह विभिन्न राज्यों से होकर गुजरती है। इसके मुम्बई से दिल्ली और दिल्ली से कोलकाता दो रूट हैं और दोनों रूटों पर यह दोनों दिशाओं में चलती है। यह मुंबई से राजस्थान होते हुए दिल्ली आती है।

इसी तरह राजस्थान रॉयल, पैलेस ऑन व्हील आदि ट्रेनें भी शाही शानो-शौकत का चलता फिरता रूप हैं। इन ट्रेनों के प्रत्येक टूर में आगरा मुख्य रूप से शामिल है।

प्रिंसली इंडिया टूर प्रिंसली इंडिया पश्चिमी भारत और ऐतिहासिक ताजमहल की विहंगम यात्रा कराती है। अनंतकाल की परंपराओं और मनमोहक स्थानों को निहारते हुए लोग मुंबई की भागदौड़ भरी जिंदगी, दिल्ली के स्मारकों, ताजमहल का शाश्वत सौंदर्य, रणथंभौर के बाघ, आमेर का किला देख सकते हैं और ङीलों के शहर उदयपुर की झलक पा सकते हैं।

रॉयल इंडिया टूर रॉयल इंडिया, भारत के अनोखे दृश्य दिखाती है- ताजमहल, रणथंभौर, गुजरात और अंतत: मुम्बई। इस शानदार यात्रा से लोगों के दिमाग पर प्राचीन भारत और उस समय की संस्कृति की अमिट छाप पड़ती है।

क्लासिकल इंडिया टूर लोकप्रिय यात्राओं में से एक यह टूर लोगों को भारत के छुपे खजाने का दर्शन कराता है।

यह यात्रा दिल्ली के अविस्मरणीय प्राकृतिक दृश्य से शुरू होती है और ग्वालियर के वैभवशाली अतीत, वाराणसी की पवित्र भूमि, खजुराहों के मंदिर, गया के तीर्थ केंद्र तथा बांधवगढ़ नेशनल पार्क के विविध वन्यजीवों के दर्शन कराती हुई पूर्व के हृदय समङो जाने वाले कोलकाता में जाकर खत्म हो जाती है।

सेलेस्टियल इंडिया टूर सेलेस्टियल इंडिया टूर व्यक्ति को भारत के आकर्षक और पुरातात्विक संरचनाओं का दर्शन कराता है। इस दौरान गया के हिंदू मंदिर, वाराणसी में गंगा नदी में नौकायन, बांधवगढ वन्यजीवों के दर्शन, खजुराहो, आगरा, ग्वालियर एवं दिल्ली के ऐतिहासिक आश्चर्य का विह्ंगम दृश्य देखने का अवसर मिलता है।

लक्जरी ट्रेन से देशाटन का अनुभव ऐसा है मानो हमें हमारी समृद्ध एवं विविधता भरी भूमि के दर्शन हो रहे हों।



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