Sunday, April 21, 2013

क्यों जरूरी है फेशियल


आपके चेहरे की त्वचा सुंदर, स्वच्छ, चिकनी, कोमल और कातिमय है? अगर हा, तो आप भाग्यवान हैं। लेकिन आपकी त्वचा का यह सौंदर्य सदा ऐसा ही बना रहे इसके लिए देखभाल बहुत जरूरी है। फेशियल एक ऐसा सौंदर्य उपचार है, जो त्वचा की कमनीयता को बरकरार रखने में सहायक होता है।
फेशियल रूखी व सामान्य त्वचा के लिए आदर्श है। फेशियल से रक्त संचार बढ़ता है और त्वचा के अंदर की गंदगी बाहर निकल जाती है। फेशियल मसाज के दौरान दिए जाने वाले स्ट्रोक्स से मृत कोष निकल जाते हैं और नए सेल्स का निर्माण होता है। नियमित फेशियल से चेहरे पर झुर्रिया देर से आती हैं।
जिनकी उम्र 25 वर्ष से अधिक है उनको पंद्रह दिन में एक बार फेशियल करना अपनी आदत बना लेना चाहिए। उचित सफाई के अभाव में प्रदूषण व मेकअप से रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और रोमछिद्र बंद हो जाने से सीबम ऑयल बाहर नहीं निकल पाता। इस कारण एक्ने, मुंहासे और ब्लैक हेड्स जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए फेशियल एक कारगर उपाय है। साधारण फेशियल में कम से कम एक घटा लग जाता है। फेशियल में काफी भिन्नता है, लेकिन स्टेप्स एक जैसे रहते हैं। अंतर प्रोडक्ट में व उनकी प्रॉपर्टीज में होता है।
सौंदर्य विशेषज्ञ एवं नेचर ऐसेंस ब्यूटी प्रोडक्ट की जनरल मैनेजर सुनीता अरोड़ा कहती हैं कि फेशियल एक प्रकार की फेस एक्सरसाइज है, जिसके जरिए त्वचा के डेड सेल को हटाया जाता है। फेशियल कितनी बार किया जाए यह त्वचा और आयु पर निर्भर करता है, जिसके बारे में जानकारी चार्ट में दी गई है।
जितनी प्रकार की त्वचा होती है, उतनी ही प्रकार के फेशियल हैं। त्वचा में जब कुदरती लचीलापन कम हो जाता है तो उसकी क्लीजिंग और पालिशिग जरूरी हो जाती है। यह फेशियल बखूबी करता है, साथ ही यह त्वचा में कसाव भी लाता है। त्वचा खिली-खिली नजर आती है।
फेशियल कैसे करें
फेशियल में पहले चेहरे की सफाई की जाती है, फिर मालिश।
सफाई: फेशियल हमेशा साफ व स्वच्छ त्वचा पर ही किया जाता है। सबसे पहले मेकअप को हटाने के लिए स्किन टोनर का इस्तेमाल करें। फिर क्लींजर से, जिसमें कुछ सॉल्टिक तत्व हो, चेहरे को साफ करें। अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो गुनगुने पानी या फेशवॉश से चेहरा साफ करें, अगर त्वचा शुष्क है तो ठंडे पानी में कॉटन को भिगोकर चेहरे को पोंछ लें।
फेस स्क्त्रब: मृत त्वचा को हटाने के लिए फेस स्क्त्रब का इस्तेमाल करें। स्क्त्रब अपनी त्वचा के अनुरूप ही प्रयोग करें। जैसे रूखी त्वचा के लिए मॉइश्चरयुक्त स्क्त्रब होना चाहिए।
फेशियल मसाज: अगर त्वचा को मसाज की जरूरत है तो फेशियल मसाज करें। अगर जरूरत नहीं है तो मॉइश्चराइजिंग करें। मॉइश्चराइजिंग में सिर्फ मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करते हैं। अगर मसाज करनी हो तो उसके लिए क्त्रीम का चयन अपनी त्वचा को ध्यान में रखकर ही करें। अगर आपकी त्वचा सामान्य है तो ऑल परपज क्त्रीम, शुष्क है तो विटामिन प्रोटेक्शन क्त्रीम और अगर त्वचा तैलीय है तो ऑयल फ्री क्त्रीम या लोशन का प्रयोग करें।
मसाज हमेशा अंदर से बाहर व नीचे से ऊपर की ओर ही करें। आखों के आसपास की त्वचा अत्यंत कोमल होती है इसलिए यहा दबाव डाले बिना ही क्त्रीम लगाएं। मालिश दस से पंद्रह मिनट तक की जानी चाहिए। चेहरे पर जहा सूजन हो उन प्वाइंट्स को हल्के हाथों से दबाते हुए नीचे की दिशा में मालिश करें ताकि उन प्वाइंट्स में एकत्रित पानी धीरे-धीरे नीचे की ओर चला जाए। अगर चेहरे पर फालतू क्त्रीम बच जाए तो उसे कॉटन से पोंछ दें।
स्टीम: स्टीम उस त्वचा पर देते हैं, जिसमें एक्ने हो या जिसके रोमछिद्र बंद हों, क्योंकि भाप लेने से त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं और त्वचा को फेसपैक का पूरा लाभ मिलता है। हर त्वचा को फेशियल स्टीम की जरूरत नहीं होती।
फेसपैक: मसाज के बाद चेहरे को साफ करके पैक लगाते हैं। फेसपैक अलग-अलग त्वचा पर अलग-अलग इस्तेमाल करें। फेसपैक कितनी देर तक फेस पर लगा रहे यह आपकी त्वचा व फेसपैक की किस्म पर निर्भर करता है।
मुख्य बात यह है कि फेसपैक सूख जाना चाहिए। इसके बाद ठंडे पानी में स्किन टोनर डालकर एक तौलिया उसमें भिगोकर चेहरे पर रखते हैं। फेस साफ करने के बाद अपनी स्किन के मुताबिक कोई स्किन प्रोटेक्टर यानी सन ब्लॉक या सनस्क्त्रीन लोशन जरूर लगाएं।
सौंदर्य के प्रति बढ़ती जागरूकता को देखते हुए आजकल कई नए तरह के फेशियल किए जाने लगे हैं- गोल्ड फेशियल, सिल्वर फेशियल और पर्ल फेशियल।
गोल्ड फेशियल
गोल्ड फेशियल एक क्लीनिकल उपचार है। इस फेशियल में गोल्ड क्त्रीम और गोल्ड जैल प्रयुक्त होता है। गोल्ड फेशियल क्त्रीम में सोने की बहुत ही पतली परत उत्पाद में मिलाई जाती है। त्वचा में कोई भी मेटल सीधे नहीं जा सकता, इसलिए सोने को पिघलाकर क्त्रीम में मिलाया जाता है।
शहनाज हर्बल गोल्ड फेशियल 24 कैरेट सोना, व्हीट जर्म ऑयल, चंदन का तेल, चंदन पाउडर मिलाकर एलोवेरा के जैल में डालकर तैयार किया जाता है। गोल्ड फेशियल हीटिंग एफेक्ट देता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और मृत त्वचा निकल जाती है। नए सेल्स को पोषण मिलता है।
शहनाज कहती हैं, गोल्ड फेशियल में विशेष तरीके की जरूरत होती है, जो कि त्वचा को सफाई से शुरू होता है। इसमें गोल्ड क्त्रीम से मालिश की जाती है, जो त्वचा के विषैले पदार्थ बाहर निकाल देती है। क्त्रीम हटाने के बाद लैवेंडर ऑयल के साथ हल्का-हल्का दबाव डाला जाता है। फिर गोल्ड जैल लगाया जाता है और क्त्रीम को जज्ब कराने के लिए विशेष तरीके को अपनाया जाता है। यह फेस मास्क त्वचा को पोषण देता है और कुदरती लचीलापन लाता है। इससे नए सेलों को ऊर्जा मिलती है और त्वचा का यौवन नए सेल्स पर निर्भर करता है। इसे लगाने के बाद आखों पर गीली रुई रख दी जाती है ताकि आखों को आराम मिले।
सुनीता अरोड़ा बताती हैं, नेचर एसेंस के मैटेलिक गोल्ड फेशियल में गोल्ड को पिघलाकर उसके सोल्यूशन का प्रयोग किया जाता है। यह फेशियल ऐसी किसी भी त्वचा के लिए उपयोगी है, जिसे ब्लीचिंग का कुदरती एफेक्ट चाहिए। यह फेशियल स्किन पीलिंग का भी काम करता है। इसमें सॉफ्ट जैल फॉम में प्रोडक्ट तैयार किए गए हैं। इसलिए यह 18 साल से ऊपर किसी भी उम्र की त्वचा पर किया जा सकता है। इस फेशियल में पहले गोल्ड क्त्रीम क्लींजर से त्वचा की सफाई की जाती है। इससे बाहरी त्वचा कातिमय व कोमल हो जाती है। इसके बाद स्किन को पॉलिशिग एफेक्ट देने के लिए गोल्ड ब्यूटी ग्रेन्स का इस्तेमाल किया जाता है।
नए सेल्स के निर्माण के लिए गोल्ड टिशू रिपेयर लोशन लगाते हैं फिर गोल्ड नरिशिग मसाज जैल से चेहरे की मसाज करते हैं, ताकि ब्लड सर्कुलेशन बढ़े। इसके बाद चेहरे की चमक और नमी बरकरार रखने के लिए गोल्ड रिवाइटलाइजिंग पैक लगाते हैं।
पर्ल फेशियल
पर्ल फेशियल शहनाज हर्बल का उपचार है। इससे मसाज करने पर त्वचा काफी गहराई तक साफ होती है। यह त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होता है। पर्ल फेशियल त्वचा के तैलीय और पी.एच. संतुलन को बरकरार रखता है, त्वचा को पोषण देने के साथ-साथ नए सेल्स का निर्माण करता है।
अगर यह नियमित रूप से किया जाए तो त्वचा में निखार आ जाता है और चेहरे पर झुर्रिया देर से पड़ती हैं, क्योंकि पर्ल क्त्रीम मैलानिन पर काफी असर डालती है। पर्ल फेशियल धूप से झुलसी हुई त्वचा को एक नया निखार देता है।






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